10 मार्च 2009

स्वामी रामदेव - एक युग पुरूष


देश भक्त स्वामी रामदेव
सबसे पहले तो होली के शुभ अवसर पर आप सभी को मेरी और से होली की हार्दिक शुभकामनाये,
स्वामी रामदेव जो आज हमारे देश में योग का पर्याय बन गए है भारत माता के सच्चे सपूत है
भारत माता के शहीदों की आत्माएं जब भी इस देश का चिंतन करती होगी तो स्वामी रामदेव को देख व् सुनकर वो भी गर्व महसूस करती होगी की मेरी भारत माता ने ऐसा सपूत भी जाया है जो भारत को जगाने का माद्दा रखता है
आज स्वामी जी ने जयपुर में जो प्रवचन दिया आज देश की जो हालत है उसको शीशे मे उतार दिया सो करोड़ का देश कुछ स्वार्थी लोगो के कारण पुरे जहान में बदनाम है , राजनीति धंधा बन गई है अपने स्वार्थ के लिए लोग भोली जनता को छल कर कुर्सी पा लेते है और पाँच साल तक उनकी सुध लेना तो दूर दर्शन भी नही देते जब मिलने जाते है तो जबाब आता है साहब पूजा कर रहे है ,
स्विश बैंकों के खाते इनकी काली कमाई से भरे पड़े है , जो लोग हमे कुत्ता कहकर ओस्कर देते ही उसपर खुशियाँ मनाई जाती है , संतो का देश , विश्व ललाट पर आभा के सामान चमकने वाला देश आज इन स्वार्थी तत्वों के कारन कितना लाचार व लचर हो गया है क्या इस दिन को देखने के लिए ही सुभाष , भगत सिंह , चंद्रशेखर आजाद , रामप्रसाद बिस्मिल , ने कुर्बानियां दी थी ,
हमारे पास दुनिया का सबकुछ सबसे ज्यादा ही , खनिज , कच्चा मॉल , सबकुछ सबसे ज्यादा है , हमारा ज्ञान सबसे प्राचीन व सबसे उत्तम है ,
स्वामी विवेकानंद ने कहा था "उठो जागो और लक्ष्य की और चल दो "
आज फ़िर से हमे स्वामी रामदेव जैसे कर्मयोगी संतो की दिखाई राहों पर चलना है , क्यों की हमे अपनी वास्तविक आजादी प्राप्त करनी है , हमे फ़िर से विश्व का गुरु बनना है ,
स्वामी जी को सादर साधुवाद ,
रामगोपाल जाट