11 मई 2010

आचार्य महाप्रज्ञ के महानिर्वाण पर आचार्य श्री को सादर श्रदांजलि


तम के नाशक, ज्योति के सपूत,
तुमको नमन है, हे शान्ति दूत,
विश्व पटल पर, जब तक मानव लेश रहेगा,
'महाप्रज्ञ' का ज्ञान, ज्योति बन अवशेष रहेगा,
हर मन के सत्कार, प्रणाम है तुमको मेरा,
मन मे है आभार, जान ये ज्ञान अकूत ,

तम के नाशक, ज्योति के सपूत,
तुमको नमन है, हे शान्ति दूत,
हे ज्योति संत, ये अहिंसा दर्शन जग याद रखेगा,
जो लेगा इसकी राह, अमरता का स्वाद चखेगा,
है मेरा तुम्हें नमन, चरणों मे श्रदा सुमन है,
नमन है तुम्हारे दिव्य ज्ञान को, नमन तुम्हे है, हे सपूत ,

तम के नाशक, ज्योति के सपूत,
तुमको नमन है, हे शान्ति दूत ,

आचार्य महाप्रज्ञ के महानिर्वाण पर आचार्य श्री को सादर श्रदांजलि

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